आरटीई के तहत मध्यप्रदेश में 83 हजार से अधिक बच्चों को निजी स्कूलों में मिला प्रवेश
पहली पसंद के स्कूल में 72,812 बच्चों को मिली सीट, 2 जून से 10 जून तक होंगे दाखिले

Right to education शिक्षा के अधिकार (आरटीई) अधिनियम के तहत मध्यप्रदेश में ऑनलाइन लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से 83,483 बच्चों को निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए सीटें आवंटित की गईं। इनमें 43,363 लड़के और 40,120 लड़कियां शामिल हैं।
राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा आयोजित इस ऑनलाइन लॉटरी में इस वर्ष कुल 1.66 लाख बच्चों ने दस्तावेज़ सत्यापन के बाद पात्रता प्राप्त की थी। इनमें से लगभग 50% से अधिक बच्चों को उनके चयनित स्कूलों में प्रवेश मिला है।
खास बात यह रही कि 72,812 बच्चों को उनकी पहली पसंद वाले स्कूल में ही प्रवेश मिला, जबकि अन्य को उनकी दूसरी से लेकर दसवीं पसंद तक के स्कूल आवंटित किए गए। दूसरे पसंद के स्कूल में 5,646 बच्चों को, तीसरे पसंद में 2,665, चौथे में 924, पांचवें में 555, छठे में 298, सातवें में 235, आठवें में 157, नौवें में 90 और दसवें पसंद वाले स्कूल में 101 बच्चों को सीट मिली है।
स्कूल आवंटन की जानकारी बच्चों के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से भेजी जा रही है। बच्चे 2 जून से 10 जून के बीच अपने आवंटित स्कूलों में प्रवेश ले सकेंगे। इन बच्चों की फीस सीधे स्कूल के बैंक खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर की जाएगी।
प्रवेश पाने वाले बच्चों में 54,038 को नर्सरी कक्षा में, 22,799 को केजी-1 में और 6,646 बच्चों को कक्षा 1 में प्रवेश मिला है। यह प्रक्रिया राज्य भर के सैकड़ों निजी स्कूलों में लागू की गई है।
भोपाल में भी कई प्रमुख स्कूलों में बच्चों का चयन हुआ है। दिल्ली पब्लिक स्कूल में कक्षा 1 के लिए 50 बच्चों का चयन हुआ, जवाहर नेहरू स्कूल में केजी-1 में 17 बच्चों को प्रवेश मिला, सागर पब्लिक स्कूल में नर्सरी के लिए 9 और सेज इंटरनेशनल स्कूल में 10 बच्चों को सीटें आवंटित की गई हैं।
इस लॉटरी प्रक्रिया में विभिन्न श्रेणियों के गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले 1.12 लाख से अधिक बच्चों ने पात्रता प्राप्त की थी। यह पहल शिक्षा के क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।