तीन दशकों से लंबित जमीन विवाद से नाराज़ महिला ने नायब तहसीलदार पर फेंकी स्याही
उपासना जौहरी का कहना है कि यह मामला वर्ष 1989 से लंबित है। उन्होंने अदालत में केस जीता है और अधिकारियों से कई बार कब्जा दिलाने की गुहार लगाई है। वे मुख्यमंत्री तक को शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

भोपाल। तीन दशकों से लंबित जमीन विवाद को लेकर नाराज़ एक महिला ने गुरुवार शाम बैरागढ़ तहसील कार्यालय में नायब तहसीलदार रतिराम अहिरवार पर स्याही फेंक दी। इस घटना में कुछ सरकारी दस्तावेज भी खराब हो गए। पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा सहित बीएनएस की अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि मलवीय नगर निवासी उपासना जौहरी, जो कि विधवा हैं और उम्र में 50 वर्ष से अधिक हैं, शाम 4 बजे के करीब तहसील कार्यालय पहुंचीं। उन्होंने नायब तहसीलदार से अपने जमीन के मामले को लेकर बहस की। बहस के दौरान उन्होंने अपने पर्स से स्याही की बोतल निकाली और अहिरवार के चेहरे पर फेंक दी। स्याही कुछ दस्तावेजों पर भी गिर गई।
घटना के बाद कार्यालय में अफरातफरी मच गई। महिला ने मौके पर ही अपने कृत्य को सही ठहराते हुए कहा, “तुम सबके चेहरे काले होने चाहिए।” कोहेफिजा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को हिरासत में लिया। थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल शुक्ला ने बताया कि उपासना ने कबूल किया कि उन्होंने जानबूझकर स्याही लाई थी, क्योंकि वे अपने जमीन विवाद को लेकर प्रशासन की निष्क्रियता से बेहद आहत थीं। कोर्ट द्वारा दिए गए स्टे ऑर्डर के चलते जमीन पर कार्रवाई नहीं हो पा रही थी।
नायब तहसीलदार रतिराम अहिरवार के अनुसार मामला निशातपुरा क्षेत्र की जमीन से संबंधित है। महिला हाईकोर्ट के स्टे के बावजूद जमीन का कब्जा देने की जिद पर अड़ी थीं।
1989 से लंबित है मामला
उपासना जौहरी का कहना है कि यह मामला वर्ष 1989 से लंबित है। उन्होंने अदालत में केस जीता है और अधिकारियों से कई बार कब्जा दिलाने की गुहार लगाई है। वे मुख्यमंत्री तक को शिकायत कर चुकी हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
महिला की नाराजगी इसी लंबे इंतजार और प्रशासनिक उदासीनता को लेकर थी, जो आखिरकार इस आक्रोशित कार्रवाई के रूप में सामने आई।