TIT कॉलेज के निदेशक अरुण पांडे पर छात्राओं से अभद्रता के गंभीर आरोप,पद से बर्खास्त, 2 घंटे चली पुलिस की पूछताछ
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपित निदेशक के खिलाफ कार्रवाई और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।

Bhopal। टीआईटी कॉलेज के लॉ कॉलेज के निदेशक अरुण पांडे को चार छात्राओं के साथ कथित दुर्व्यवहार के आरोपों के बाद पद से हटा दिया गया है। छात्राओं ने बुधवार को पिपलानी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने पांडे पर अशोभनीय व्यवहार और अभद्र बातचीत करने का आरोप लगाया।

शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज परिसर के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोपित निदेशक के खिलाफ कार्रवाई और छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
कॉलेज प्रशासन की ओर से शुक्रवार को जारी आदेश में बताया गया कि आंतरिक शिकायत समिति (ICC) ने छात्राओं की शिकायत पर बैठक की और निष्पक्ष जांच के आदेश दिए। जांच पूरी होने तक अरुण पांडे को लॉ कॉलेज के निदेशक पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह सतीश कुमार सिंह को नया निदेशक नियुक्त किया गया है।
इस बीच, पिपलानी पुलिस ने अरुण पांडे से करीब दो घंटे तक पूछताछ की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पांडे ने आरोपों को नकारते हुए कहा कि वे निराधार हैं, हालांकि उन्होंने छात्राओं से कम उपस्थिति और परीक्षा फॉर्म भरने को लेकर विवाद होने की बात मानी है।
अपर डीसीपी (क्राइम) शैलेन्द्र सिंह चौहान ने पत्रकारों को बताया कि कॉलेज प्रशासन ने पांडे के कार्यालय की पिछले सात दिनों की सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंप दी है। इन फुटेज की गहन जांच की जा रही है ताकि छात्राओं के आरोपों से संबंधित कोई साक्ष्य मिल सके। छात्राओं के बयान पहले ही दर्ज किए जा चुके हैं।
छात्राओं का आरोप है कि जब वे उपस्थिति से संबंधित समस्या लेकर निदेशक से मिलने गई थीं, तब पांडे ने न केवल उनके साथ अभद्र भाषा में बात की, बल्कि उन्हें अकेले में मिलने का दबाव भी बनाया ताकि वे परीक्षा में शामिल हो सकें।
गौरतलब है कि टीआईटी कॉलेज पहले भी विवादों में रह चुका है। हाल ही में इसी कॉलेज के छात्र फरहान पर सहपाठी छात्राओं को फंसाकर दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग के आरोप लगे थे। इस मामले के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने कॉलेज का दौरा कर छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था पर असंतोष जताया था।