दतिया एयरपोर्ट के नामकरण को लेकर अब डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने रखी मांगें
समारोह के दौरान डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने केंद्रीय मंत्री नायडू को चार प्रमुख मांग पत्र सौंपे, जिनमें दतिया एयरपोर्ट और हवाई सेवाओं से जुड़ी जनभावनाओं को प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया।

भोपाल/दतिया।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को दतियावासियों को एक ऐतिहासिक सौगात देते हुए दतिया एयरपोर्ट का वर्चुअल लोकार्पण किया। भोपाल से वर्चुअल माध्यम से आयोजित इस समारोह में प्रधानमंत्री ने एयरपोर्ट के उद्घाटन की घोषणा की। इस अवसर पर दतिया में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री के आर नायडू, मध्यप्रदेश के पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, प्रभारी मंत्री ऐदल सिंह कंसाना और क्षेत्रीय सांसद संध्या राय सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।
समारोह के दौरान डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने केंद्रीय मंत्री नायडू को चार प्रमुख मांग पत्र सौंपे, जिनमें दतिया एयरपोर्ट और हवाई सेवाओं से जुड़ी जनभावनाओं को प्रमुखता से प्रस्तुत किया गया।
एयरपोर्ट का नाम “श्री रावतपुरा सरकार एयरपोर्ट” रखने की मांग
डॉ. मिश्रा ने पहले मांग पत्र में सुझाव दिया कि दतिया एयरपोर्ट का नाम “श्री रावतपुरा सरकार एयरपोर्ट, दतिया” रखा जाए। उन्होंने बताया कि रावतपुरा सरकार जी का इस एयरपोर्ट निर्माण में विशेष योगदान रहा है। रावतपुरा सरकार भारतवर्ष में एक प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक केंद्र हैं। नामकरण से दतिया की धार्मिक पहचान को राष्ट्रीय मंच मिलेगा।
विमान सेवा का नाम “ऑपरेशन सिंदूर” रखने का प्रस्ताव
दूसरे मांग पत्र में डॉ. मिश्रा ने आग्रह किया कि दतिया से शुरू होने वाली विमान सेवा का नाम “ऑपरेशन सिंदूर” रखा जाए। यह नाम देशभक्ति, वीरता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लिए गए साहसिक निर्णयों की प्रतीकात्मक स्मृति है। यह पहल दतिया एयरपोर्ट को एक राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बना सकती है।
शनिवार को भी विमान सेवा संचालन की अपील
तीसरे मांग पत्र में डॉ. मिश्रा ने कहा कि माँ पीताम्बरा पीठ में शनिवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, विशेष रूप से गुप्त नवरात्रि के समय। ऐसे में शनिवार को भी विमान सेवा संचालित की जानी चाहिए, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।
दतिया-दिल्ली सीधी उड़ान सेवा की माँग
चौथे मांग पत्र में उन्होंने दतिया से दिल्ली के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू करने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि दतिया धार्मिक, शैक्षणिक और प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और दिल्ली से सीधा हवाई संपर्क उसे और अधिक सशक्त करेगा।
केंद्रीय मंत्री ने दिए सकारात्मक संकेत
केंद्रीय मंत्री के आर नायडू ने सभी मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और आश्वस्त किया कि मंत्रालय जनभावनाओं के अनुरूप सभी प्रस्तावों पर गंभीरता से विचार करेगा।
इस अवसर पर डॉ. मिश्रा ने कहा, “यह केवल एक एयरपोर्ट नहीं, बल्कि दतिया के गौरव, श्रद्धा और पहचान को नया आकाश देने का माध्यम है। जो भी मांगें हमने रखी हैं, वे जनता की आत्मा से जुड़ी हुई हैं।”
दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण न केवल क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह धार्मिक पर्यटन, व्यापार और संचार के नए द्वार भी खोलेगा।