BYD ने यूरोप में Tesla को पछाड़ा: हर 6 सेकंड में बिक रही है एक EV कार
BYD की सबसे बड़ी ताकत उसकी “ब्लेड बैटरी” और वर्टिकल इंटीग्रेशन है। कंपनी बैटरी, चिप्स और माइनिंग सब खुद करती है, जिससे उसे लागत घटाने और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिली।

एक समय Elon Musk जिसे लेकर मज़ाक उड़ाते थे, वही चीनी कंपनी BYD (Build Your Dreams) आज यूरोप की EV मार्केट में Tesla से कहीं आगे निकल गई है। अप्रैल 2025 में BYD ने पहली बार यूरोप में Tesla से ज़्यादा कारें बेचीं। Tesla की बिक्री जहां 49% गिरी, वहीं BYD की बिक्री में 359% की बेतहाशा बढ़ोतरी दर्ज की गई।
BYD की कामयाबी का राज है उसका स्ट्रैटेजिक शिफ्ट—Tesla ने जहां पूरी ताकत बैटरी इलेक्ट्रिक व्हीकल (BEV) में लगाई, वहीं BYD ने प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल (PHEV) से यूरोपीय बाजार को फ्लड कर दिया। टैरिफ लागू होने से पहले ही BYD ने सस्ते और व्यवहारिक विकल्प पेश कर बाजार पर पकड़ बना ली।
BYD की सबसे बड़ी ताकत उसकी “ब्लेड बैटरी” और वर्टिकल इंटीग्रेशन है। कंपनी बैटरी, चिप्स और माइनिंग सब खुद करती है, जिससे उसे लागत घटाने और उत्पादन बढ़ाने में मदद मिली। कंपनी की बैटरी टेक्नोलॉजी इतनी एडवांस है कि वह 5 मिनट में 400 किमी तक की चार्जिंग दे रही है—जो Tesla के मुकाबले लगभग दोगुनी है।
BYD की सीगल और सील मॉडल्स ने बजट और टेक्नोलॉजी दोनों में धूम मचा दी है। जहां Tesla की सबसे सस्ती कार की कीमत \$38,000 है, वहीं BYD की सीगल कार सिर्फ \$11,000 (₹1 लाख) में उपलब्ध है और वही फीचर्स देती है।
Tesla की दिक्कतें केवल टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं रहीं। उसकी जर्मनी स्थित गीगाफैक्ट्री प्रोटेस्ट्स के कारण डिले हो गई, जबकि BYD ने हंगरी में नई फैक्ट्री की घोषणा कर दी। BYD की 2024 में कुल बिक्री 4.27 मिलियन रही, जबकि Tesla सिर्फ 1.79 मिलियन पर रह गई।
हालांकि Tesla का FSD V12 अभी भी ऑटोमैटिक ड्राइविंग में लीड करता है, लेकिन BYD का “God’s Eye” ADAS टेक्नोलॉजी उसे टक्कर दे रहा है। आने वाले वर्षों में, EV वॉर का असली फोकस बैटरियों पर होगा—BYD का सोडियम आयरन टेक्नोलॉजी 20% तक लागत घटा सकती है।
निष्कर्ष:EV की जंग अभी खत्म नहीं हुई है—BYD और Tesla के बीच असली मुकाबला अब तकनीक और कीमत में होगा।